Friday, September 15, 2017

उमराह करने का तरीका

                     💐सिराते मुस्तक़ीम💐
             🕋उमराह करने का तरीका💫🕋
                           पोस्ट नंबर 1⃣
                  

🛫 जब आप हज व उमराह करने का इरादा करें तो आपके उपर कोई भी किसी भी तरह का क़र्ज़ न रहे ! क़र्ज़ हर सूरत में अदा करें ! अगर किसी से नइत्तफ़ाकी हो गयी हो तो आप उनसे माफ़ी मांगे ! अपने वालिद वालिदा भाई बहन और रिश्तेदार सब से माफ़ी मांगे ! आप उनसे दुआ करवाये की हज या उमराह को जा रहा हूँ पूरे अरकान सही तरीके से मुकम्मल करूँ !

🛬 एहराम बाँधने से पहले हजामत बनवा लें और नाख़ून काटना, बगल और जिरे नाफ़ के बाल दूर कर लेना चाहिए ! कब्रिस्तान जाये मरहुमो से इजाज़त लेकर जाएं ! घर से निकलने से पहले 2 रकअत नफिल मस्जिद में अदा करें ! 2 रकअत नफिल घर में अदा करें ! दुआ करें या अल्लाह तेरे घर की ज़्यारत के लिए जा रहा हूँ इसको कुबूल कर और हज व उमराह के अरकान अदा करने में आसानी अता कर !

#आमीन

                      💐सिराते मुस्तक़ीम💐

        हरम की ज़मीं और क़दम रख के चलना
             अरे सर का मौका है ओ जाने वाले
             
                          पोस्ट नंबर 2⃣
                  

        🛫 एयरपोर्ट से उमराह का तरीका🛬

✈ आप उमराह करने से पहले मिशवाक़ व गुस्ल करें ! इसके बाद वज़ू बनाये और एयरपोर्ट एहराम बांध लें ! मर्दों का एहराम ढाई मीटर वाली 2 नग सफ़ेद चादर है एक चादर को बदन में ढँक ले दूसरी चादर को लुंगी तौर से बांध लें ! *बाज़ लोग उसी वक़्त से कंधे ढँक लेते है जो खिलाफे सुन्नत है !* इसके बाद बेल्ट बांधने की निय्यत करे- सामान की हिफाज़त के लिए बेल्टबांधने की निय्यत करता हूँ !

✈ एहराम बांधने से पहले खुशबु लगा सकते है एहराम बंधने के बाद नही लगा सकते ! एहराम बांध कर मकरूह वक़्त न हो तो सर ढँक कर एहराम की निय्यत से 2 रकअत नफिल अदा करें ! पहली रकअत में सुर: फातिहा के बाद सूरह कुल या अय्योहल काफेरुन और दूसरी रकअत में सूरह फातिहा के बाद सुरह ईखलास पढ़ें ! उसी जगह में बैठ कर इस तरह उमराह की नियत कर ले ! एहराम बांधने के वक़्त मुँह क़िबला रुख होना चाहिए !

उमराह की निय्यत

अल्ला हुम्मा इन्नी उरीदुल उमरतह फयससिर हा ली मिन्नी नवैतो उमरत अहरमतो बिहा मुखलेस्वन लिल्लाही तआला.

(मखरज़ को किसी आलिम से समझ कर पढ़ें)

📃यह उन्वान    "उमराह का तरीका"

                   💐सिराते मुस्तक़ीम💐

          हरम की ज़मीं और क़दम रख के चलना
             अरे सर का मौका है ओ जाने वाले
             
                          पोस्ट नंबर 3⃣         

🕋 उमराह की नियत के बाद दरमियानी आवाज़ से इस तरह *लब्बैक* कहे, तीन बार दरूद शरीफ़ पढ़ें इसके बाद लब्बैक वाली दुआ पढ़ें !
लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक ला शरिका लका लब्बैक इन्नल हम्दा वन नेअमता लका वल मुल्क ला शरिका लक

👥 मर्द यह तस्बीह बुलन्द आवाज़ से पढ़ें और ओरत आहिस्ता आवाज़ मे पढ़े! औरते भी मिस्वाक व गुस्ल करें, हैज़ वाली व निफ़ास वाली औरते गुस्ल करें या वजू बनाये ! ओरतो का एहराम उनके सिले हुए कपड़े है ! औरते सर के बाल ढकना शर्त है मगर नमाज़ न पढ़ें !

✈ इसके बाद हवाईजहाज़ में बैठे हवाईजहाज़ में दरूद शरीफ़ लब्बैक वाली दुआ पढ़ते रहें ! जहाज़ हूपर की और जा रहा हो तो *अल्लाहुअकबर* पढ़ें और अगर निचे की और आ रहा हो तो *सुभानअल्लाह* पढ़ें ! हवाईजहाज़ में खाने का जो मिलता है आप मछली या सादा खाए !

📃यह उन्वान   "उमराह का तरीका"

                   💐सिराते मुस्तक़ीम💐

         हरम की ज़मीं और क़दम रख के चलना
            अरे सर का मौका है ओ जाने वाले
             
                         पोस्ट नंबर 4⃣
                  

🚗🚃मोटर व ट्रेन में बैठने से पहले यह दुआ पढ़ें

सुब्हानल्लजी सख्खरा लना हाजा वमा कुन्ना लहू मुकरेरिन व इन्ना ऐला रब्बेना लमुन कलेबून

🛬 जब आप जद्दा पहुँचे तो आप अपने सामान को हिफाज़त के साथ अपने पास रख लें ! जद्दा से मक्का की दुरी 4-5 घंटा का रास्ता है ! थोड़ी देर लाज़ में आराम कर लें इसके बाद वज़ू बना कर हरम शरीफ के किये रवाना हो जाये ! जिस गेट से अंदर जायेंगे उस गेट का no जरूर याद रखें ! बड़े अदबो अहतराम से अंदर जाना है ! निगाह नीची रखें !

🕋 काबा शरीफ कर नजर पड़ते ही *अल्लाह हो अकबर लाईलाहा इल्लल्लाहो वल्लाहो अकबर* तीन बार पढ़ें फिर दरूद शरीफ़ पढ़ें ! और दुआ करें !

📃यह उन्वान   "उमराह का तरीका"

                   💐सिराते मुस्तक़ीम💐

          हरम की ज़मीं और क़दम रख के चलना
             अरे सर का मौका है ओ जाने वाले
             
                          पोस्ट नंबर 5⃣
                  
🕋इसके बाद आप मुताफ में जाने से पहले इजतबा कर लें ! _(मर्द एहराम की चादर को सीधे हाथ के बगल से निकाल कर नीचे से निकाल कर उल्टा कन्धा टाप लें सीधा कंधा खुला रहेगा !)_ इसके बाद तवाफ़ शुरू करें जहाँ हरे कलर की लाइट जलती है, हजरे असवद के सामने वही  से तवाफ़ शुरू करें !
फिर ये पढ़ें    बिस्मिल्लाही अल्लाहु अकबर अस्सलातो वस्सलामो अलैका या रसुल अल्लाह कहते हुए दोनों हाथो की हथेली को हजरे असवद की तरफ़ करके इस्तिलाम करें और तवाफ़ शुरू करें !

♻  तवाफ़ के दौरान अगर अज़ान हो जाती है तो जिसने 3 या उससे कम चक्कर लगाया हो उसे दुबारा फिर तवाफ़ करना होगा ! और अगर 3 चक्कर से ज़्यादा हुआ तो 4 से दोहराना नही पड़ेगा ! मतलब 4, 5, 6, 7करके अपना तवाफ़ पूरा करे !

👥 मर्द पहले 3 फेरों में रमल करते हुए चलें जल्द जल्द, धीरे धीरे क़दम रखते हुए शाना को हिलाते हुए चले ! इसके बाद चार4 चक्कर रमल न करें ! औरते तवाफ़ में रमल न करें, खुद को बचाते हुए तवाफ़ करें !

                  💐सिराते मुस्तक़ीम💐

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                          पोस्ट नंबर 6⃣
                  

🌹 मुलतज़िम-::     काबा शरीफ का दरवाजा और हजरे असवद के बीच की जगह को मुलतज़िम कहते है ! मुलतज़िम के सामने या लिपट कर खूब रोइये और दुआ करिये ! उसके बाद 2 रकअत नमाज़ वाजीबुल तवाफ़ पढ़ें ! मक़ामे इब्राहिम के सामने नमाज़ अदा करें ! इसके बाद दुआ मांगे काबा शरीफ का सामने ! जिस नियत से जम जम शरीफ पीयेंगे इंशाअल्लाह कुबूल होगी !

🕋 रुकने यमनी से हजरे असवद तक (रब्बाना आतईना) पढ़ें ! इस जगह में 70 हज़ार फ़रिश्ते आपकी दुआ में आमीन कहते है ! यहीँ बैठ कर अपने गुनाहो की माफ़ी अल्लाह से मांगे !

💫सई-::   जम जम शरीफ़ पिने के बाद आपको सई करना है !

💭सई की नियत-::    ऐ अल्लाह में सफा व मरवा के दरमियान तुझे राजी करने के लिए दौड़ता हूँ ! सफा और मरवा के दरमियान ये पढ़ें: तीसरा कलमा चौथा कलमा, दरूद शरीफ पढ़ें ! हरे कलर की लाइट के सामने सई के लिए जाना है ! सफा व मरवा एक पहाड़ी है ! सफा से मरवा 1 चक्कर, मरवा से सफा 2 चक्कर ! इस तरीके से आपको 7 चक्कर पुरे करने है ! और हर चक्कर में सई शुरू करने से पहले काबा शरीफ को देखें और खूब दुआये मांगे और *बिस्मिल्लाहि अल्लाहो अकबर अस्सलातो वस्सलाम अलैका या रसूल अल्लाह* कहना है !

🙌🏼 दोनों हथेली को काबा शरीफ रुख का इस्सितलाम करें ! मर्द का सई करते वक़्त हरी लाइट में दौड़ना सुन्नत है ! औरतें सई में आराम से चलें ! इसके बाद 2 रकत  नमाज़ नफिल पढ़ें ! इसके बाद आप  अपना सर मुड़वा लें ! औरते मरहम या औरतो से अंगुली बाल काट लें इसके बाद सिले हुए कपडे पहने !

नॉट::- तवाफ़ व सई के दरमियान औरतों अपने महरम के साथ ही रह कर तवाफ़ करें !

इस तरीके से एक उमराह मुकम्मल हुआ !

                   💐सिराते मुस्तक़ीम💐

           हरम की ज़मीं और क़दम रख के चलना
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                          पोस्ट नंबर 7⃣
                           आखरी पोस्ट          

💫मक्के शरीफ में क़यामगाह से उमराह का तरीका💫

🕋जब आप उमराह का इरादा करें तो आप मिशवाक व गुस्ल करें फिर वज़ू बनाकर एहराम बांध लें ! छोटा उमराह मस्जिद ए आयशा और बड़ा उमराह मस्जिद जाईराना जाना है ! मसजिद आयशा आप चले जाएं ! मस्जिद दाखिल की दुआ, दरुद शरीफ़, सुन्नते एतक़ाफ की नियत, 2 रकअत तहियतुल मस्जिद नमाज़ अदा करें !

⏰ जिस वक़्त की नमाज़ का वक़्त हो वह नमाज़ अदा करे ! इसके बाद तलबिया आप पढ़ें- लब्बैक...वाली ! दुआ एहराम की पाबन्दी अब शुरू हरम शरीफ़ पहुँचे ! मस्जिद दाखिल दुआ'   दरूद शरीफ़, सुन्नते एतक़ाफ,  तहियतुल मस्जिद अदा करें ! इसके बाद तवाफ़ अदा करें, मक़ामे इब्राहिम के सामने नमाज़ अदा करें ! जमजम शरीफ़ पियें सफा मरवा की 7 चक्कर लगाएं ! सर के बाल मुड़वा लें ! 2 रकअत नफिल नमाज़ अदा करें, इस तरीके से आपका 1 उमराह मुकम्मल हुआ ! आप बुज़ुर्गो के नाम से, मरहूम के नाम से उमरा व तवाफ़ कर सकते है !

➡उन्वान ख़त्म•••

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